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Title: युग्मन प्रक्रिया से शिक्षा में नई ऊर्जा, परिषदीय और निजी विद्यालयों के बीच सहयोग

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Meta Description: कानपुर देहात में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत युग्मन प्रक्रिया के तहत परिषदीय और निजी विद्यालयों के बीच सहयोग से शैक्षणिक स्तर में सुधार।


युग्मन प्रक्रिया से अब बच्चे होंगे होनहार, शैक्षणिक स्तर में आएगा सुधार

कानपुर देहात में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत युग्मन प्रक्रिया (Pairing Process) को लेकर एक नई पहल शुरू की गई है। इसके तहत परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को निजी विद्यालयों के साथ जोड़ा जा रहा है। इसका उद्देश्य विद्यालयों के बीच अलगाव को समाप्त करना और शैक्षणिक संसाधनों का बेहतर उपयोग करना है।

युग्मन प्रक्रिया का उद्देश्य

युग्मन प्रक्रिया के तहत परिषदीय और निजी विद्यालयों के बीच सहयोग बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे शिक्षकों और छात्रों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होगा और शैक्षणिक स्तर में सुधार आएगा। इसके अलावा, विद्यालयों को अतिरिक्त संसाधन मिलेंगे और छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।

पीएम श्री योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम

गुरुवार को पीएम श्री योजना के तहत पीएमश्री कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भदेसा सरवनखेड़ा के छात्रों और शिक्षकों ने पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय माती का दौरा किया। इस दौरान कई शैक्षणिक और सह-शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं

  • व्याख्यान और प्रदर्शन: छात्रों ने विभिन्न विषयों पर व्याख्यान और प्रदर्शन में भाग लिया।
  • टीएलएम और खिलौना आधारित शिक्षण: शिक्षण सामग्री और खिलौनों के माध्यम से बच्चों को रोचक तरीके से पढ़ाया गया।
  • विज्ञान और गणित पार्क का दौरा: छात्रों ने विज्ञान और गणित पार्क का भ्रमण किया और प्रयोगात्मक ज्ञान हासिल किया।
  • ड्रोन प्रदर्शन: विज्ञान संकाय ने ड्रोन का प्रदर्शन कर छात्रों को आकर्षित किया।
  • संसाधन केंद्रों का उपयोग: जूनियर साइंस लैब, फिजिक्स लैब, केमिस्ट्री लैब, बायो लैब, कंप्यूटर लैब और सीएमपी रूम का दौरा किया गया।

शिक्षकों और छात्रों की प्रतिक्रिया

पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय माती के प्राचार्य एएच अंसारी ने कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों के सीखने के अनुभव को समृद्ध करने और उनके सर्वांगीण विकास में मददगार साबित होगा। अतिथि विद्यालय के प्रधानाध्यापक जफर अख्तर ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि इससे छात्रों को नए संसाधनों और तकनीकों से परिचित होने का मौका मिला।

निष्कर्ष

युग्मन प्रक्रिया के तहत परिषदीय और निजी विद्यालयों के बीच सहयोग से शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति आने की उम्मीद है। इससे न केवल छात्रों का शैक्षणिक स्तर सुधरेगा, बल्कि शिक्षकों के बीच भी बेहतर समन्वय स्थापित होगा। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।