जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में आज जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि 15 इंडिकेटर में दोनों फर्म , मै० वी०एस०ए०तथा मै० वी०टी०एल० की प्रगति बहुत ही खराब है। जिसके कारण अधिशाषी अभियंता,उत्तर प्रदेश, जल निगम ग्रामीण व सहायक अभियंता उत्तर प्रदेश, जल निगम ग्रामीण को सचेत किया गया , चुकी 15 इंडिकेटर्स में से बहुत निम्न प्रगति हुए है । साथ ही योजना के डी0 पी0 एम0 जिला प्रोग्राम अधिकारी श्री अरुण पाण्डेय का निंदा प्रस्ताव पास किया गया क्योंकि जल जीवन मिशन समिति को उनके द्वारा भ्रमित करने का प्रयास किया गया, इसके दृष्टिगत उनके विरुद्ध कार्रवाई करने का प्रस्ताव प्रबंध निदेशक जीवन मिशनको भेजने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिए।
समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि कार्य दाई संस्था द्वारा तीन नलकूप निर्माण को विलंब से पूर्ण किया गया ,जिसके संदर्भ में एग्रीमेंट के प्रावधान के अनुसार 30 दिन के विलंब (देरी) से कार्य पूर्ण किए जाने कार्य दाई संस्था से ₹500000 का अर्थ दण्ड वसूल किए जाने का प्रावधान है, जिसके क्रम में कार्रवाई संस्था से 5 लाख रुपए वसूल किए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिए गए ।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती दीक्षा जैन, जिला पंचायत राज अधिकारी, अधिशासी अभियंता ग्रामीण,समेत समस्त संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।